क्षमा एक ऐसा गुण है जो मनुष्य को महान बनाता है- महावीर प्रसाद पराणा
■क्षमा एक ऐसा गुण है जो मनुष्य को महान बनाता है- महावीर प्रसाद पराणा
विश्वास पारीक-
निवाई -(आल टाइम ब्रेकिंग) सकल दिगम्बर जैन समाज के तत्वावधान में आयोजित दश लक्षण धर्म के तहत गुरुवार को शहर के सभी दिगम्बर जैन मंदिरों में उत्तम क्षमा धर्म की विशेष पूजा अर्चना के साथ पर्युषण पर्व का शुभारंभ किया गया जिसमें निवाई के आठों जैन मंदिरों में श्रद्धालुओं ने विधिवत मंत्रोच्चार द्वारा पूजा अर्चनाएं की। जैन समाज के प्रवक्ता विमल जौंला एवं सुनील भाणजा ने बताया कि श्री दिगम्बर जैन बड़ा मंदिर में विधानाचार्य पण्डित सुरेश शास्त्री के सानिध्य में ऋषि मण्डल विधान का आयोजन किया गया जिसमें 10 दिनों में 500 श्री फल अर्ध्य चढ़ाकर पुण्यार्जन करेंगे। इसी प्रकार नसियां जैन मंदिर, बिचला जैन मंदिर, शांतिनाथ जैन मंदिर, पार्श्वनाथ जैन मंदिर शिवाजी कालोनी सहित सभी जैन मंदिरों में दशलक्षण धर्म की विशेष पूजा आराधना की, इस अवसर पर जैन समाज के मंत्री महावीर प्रसाद पराणा एवं बड़ा जैन मंदिर के मंत्री मोहित चंवरिया ने कहा कि उत्तम क्षमा जैन धर्म के दस लक्षणों में से एक है। सभी जीवों को बिना किसी शर्त के क्षमा करना और अपने मन में किसी के प्रति भी क्रोध या द्वेष न रखना उत्तम क्षमा धर्म है। जैन धर्म प्रचारक विमल जौंला एवं सुनील भाणजा ने कहा कि क्षमा करने से मन शांत और प्रसन्न रहता है क्रोध और द्वेष जैसी नकारात्मक भावनाएं मन को अशांत कर देती है। वात्सल्य वारिधि भक्त परिवार के अनन्य भक्त शंभु कठमाणा एवं पवन बोहरा ने कहा कि क्षमा एक ऐसा गुण है जो मनुष्य को महान बनाता है। यह क्रोध द्वेष और अहंकार जैसे दुर्गुणों को दूर करता है और आत्मा को शुद्ध करता है।
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